निर्भया गैंगरेप के दोषियों को मांफ करने वाले इंदिरा जयसिंह के बयान पर जमकर कमेंट आ रहे हैं। अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान का निर्भया की मां आशा देवी ने समर्थन किया है। मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मैं कंगना रनौत के बयान से सहमत हूं। मैं उनका धन्यवाद करती हूं। मैं किसी की तरह महान नहीं बनना चाहती। मैं एक मां हूं और सात साल पहले मेरी बेटी की जान गई है और मैं इंसाफ चाहती हूं
उन्होंने आगे कहा कि वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने जिस तरह से मुझसे सवाल किया। ये मानव अधिकारों के नाम पर समाज को धोखा देना है। बच्चियों के साथ हो रहे अपराधों का मजाक बनाना है। ये मानव अधिकारों के नाम पर बिजनेस चलाते हैं और सिर्फ और सिर्फ मुजरिमों को सपोर्ट करते हैं। इंदिरा जयसिंह के बयान का कंगना रनौत ने हाल ही में निर्भया गैंगरेप मामले पर खुल कर बात की थी। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने ऐसा घिनौना अपराध किया है, उसे नाबालिग नहीं माना जाना चाहिए। एक उदाहरण देकर उसे सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।
निर्भया के माता-पिता लंबे समय से बेटी के न्याय के लिए लड़ रहे हैं। दोषियों को चुपचाप नहीं मारना चाहिए क्योंकि इसका कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि आप एक उदाहरण स्थापित करने में सक्षम नहीं होंगे। निर्भया के साथ 2012 में दिल्ली में 16 दिसंबर की रात सामूहिक बलात्कार किया गया था और क्रूरतापूर्वक हमला किया गया था। 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में निर्भया की मौत हो गई थी। चारों दोषियों को कोर्ट ने नया डेथ वारंट जारी कर अब 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी। इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से दोषियों को मांफ करने के लिए कहा था।